NEWS Leaders : देश ने खोया रतन, जिसने बढाया देश का नाम, रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में पसरा सन्नाटा
NEWS Leaders : देश ने खोया रतन, जिसने बढाया देश का नाम, रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में पसरा सन्नाटा
● रतन टाटा की अगुवाई में बढा टाटा का औद्योगिक साम्राज्य, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया
न्यूज लीडर्स : रिपोर्ताज
आखिरकार जिंदगी से मौत जीत गई और रतन टाटा का निधन हो गया। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने 86 वर्ष की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अपने जीवन की आखिरी सांस ली। जिन्हे बढ़ती उम्र से जुड़ी तकलीफों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
“रतन टाटा का जन्म 1937 में सूनू और नवल टाटा के घर हुआ। 17 वर्ष की उम्र में विदेश जाकर करीब 7 वर्ष तक वास्तुकला और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की”
●》रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में सन्नाटा पसरा.》》
रतन टाटा के निधन से पूरे देश को गहरा सदमा है। जिन्होने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों के माध्यम से टाटा ग्रुप को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया और भारतीय उद्योग को एक नई दिशा दी। उनके निधन की खबर से भारतीय उद्योग जगत में सन्नाटा पसरा हुआ है।
●》रतन टाटा की अगुवाई में बढा टाटा का औद्योगिक साम्राज्य.》》
रतन टाटा ने अपनी अगुवाई में टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने टाटा ग्रुप को नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाली कंपनी बनाया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने कई बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया। टाटा समूह आज देश के सबसे बड़े औद्योगिक घरानों में से एक है। वह 1962 में पहली बार टाटा समूह की कंपनी टाटा इंडस्ट्रीज में बतौर असिस्टेंट शामिल हुए।
“रतन नवल टाटा को राष्ट्र निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान के लिए दो सबसे उच्च नागरिक सम्मानों से नवाजा जा चुका है। उन्हें पद्म विभूषण और पद्म भूषण मिल चुका है। टाटा ग्रुप को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले उद्योगपति भी हैं”
वह टाटा इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव कंपनी के जमशेदपुर प्लांट में छह महीने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद रतन टाटा का एक ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए ट्रांसफर जमशेदपुर में हुआ जो 1965 में टिस्को के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में तकनीकी अधिकारी नियुक्त किये गए।
●》प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया.》》
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा के निधन पर शोक व्यक्त कर कहा, ‘श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के
कारण उन्होंने कई लोगों का प्रिय बना लिया।’
●》नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने व्यक्त कि संवेदना.》》
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि रतन टाटा दूरदृष्टि व्यक्ति थे। उन्होंने व्यापार और परोपकार दोनों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं।
●》मप्र के मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव ने दी श्रद्धांजलि.》》
●》और अंत में.》》
टाटा समूह कि कुल 96 कम्पनियां 7 अलग अलग व्यवसायिक क्षेत्रों में सक्रिय हैं। इन 96 में से केवल 28 पब्लिक लिस्टेड कम्पनियाँ हैं। टाटा ग्रुप 6 महाद्वीपों के 40 से भी अधिक देशों में सक्रिय है। टाटा समूह दुनिया के 140 से भी अधिक देशों को उत्पाद व सेवाएँ निर्यात करता है। इसके करीब 65.8% भाग पर टाटा का मालिकाना हक है। 31 जुलाई, 2023 तक टाटा कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण $300 बिलियन (INR 24 ट्रिलियन) था।वह पहली बार टाटा समूह की कंपनी टाटा इंडस्ट्रीज में बतौर असिस्टेंट शामिल हुए। ,टाटा ग्रुप में करीब 2 लाख 50 हज़ार लोग काम करते हैं।