मुस्लिम नेताओं की तस्वीरें नदारद होने से गुस्साए नेता, सोशल मीडिया पर चला विरोध
न्यूज़ लीडर्स : भोपाल
भोपाल में गुरुवार को मप्र युवा कांग्रेस का प्रदर्शन होने जा रहा है, मप्र कांग्रेस और युवा कांग्रेस ने सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन की रुपरेखा को लेकर प्रचार प्रसार तेज किया है। मप्र युवा कांग्रेस ने जो एक पोस्टर जारी किया है, उससे बवाल मच गया है।
आपको बता दे उस पोस्टर पर मप्र कांग्रेस के 13 नेताओं की तस्वीरे दिख रही है। लेकिन मप्र के किसी भी एक मुस्लिम नेता की तस्वीर न होने से विवाद ने तूल पकड़ लिया है और सोशल मीडिया पर मुस्लिम नेताओं ने अपना गुस्सा निकाला है।
जबकी उस पोस्टर के अलावा भी मप्र युवा कांग्रेस ने एक स्पेशल फ्रेम में कमलनाथ, दिग्विजरसिंह, सज्जनसिंह वर्मा, अरुण यादव सहित कई नेताओं की “युवा शंखनाद” कार्यक्रम को लेकर स्पेशल अपील जारी की है। उसमें भी किसी भी प्रदेश स्तरीय मुस्लिम नेता की अपील जारी नहीं की है। हालांकि यह विरोध किसी प्रादेशिक मुस्लिम नेता ने सोशल मीडिया हैंडल पर स्वयं नहीं किया है, पर एक टेक्स संदेश के माध्यम से यह विरोध सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आईये आपको बताते है मप्र में कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं की उपेक्षा को लेकर किस तरह का विरोध सोशल मीडिया पर चल रहा है,
“कांग्रेस इसी तरह से अगर मुसलमान नेताओं को नज़र अंदाज़ करने लगी तो इसका खामियाज़ा 2023 में भुगतना पड़ सकता है…!
भोपाल में आरिफ अकील, आरिफ मसूद आसिफ ज़की, नासिर इस्लाम, सय्यद साजिद अली जैसे ढेरों कांग्रेस के धुरंधर मुस्लिम नेता मौजूद हैं लेकिन फ़ोटो लगाने में कांग्रेस को आफत आती है क्या?
पूर्व में भी ऐसा ही एक पोस्टर चला था जिसमें मुस्लिम नेता नदारद थे विरोध होने के बाद दोबारा से मुस्लिम नेताओं का फोटो उस में लगाया गया था।
बात फोटो की नहीं बात है सम्मान की क्या मुसलमानों को भी कांग्रेस अब सिर्फ वोट बैंक की तरह यूज़ करने लगी है???”
गौरतलब है की कुछ वर्ष पहले भी भोपाल में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में मुस्लिम नेताओं की उपेक्षा सेवबवाल खड़ा हुआ था, जिसे बाद में सुलझाया गया था।
हालांकि मप्र युवका कांग्रेस संगठन में कई मुस्लिम नेता पदाधिकारी है जिन्हे कार्यक्रम को लेकर जिम्मेदारी दी है पर प्रादेशिक स्तर के भोपाली मुस्लिम नेताओं को नज़र अंदाज करना महंगा पड़ रहा है।
एक और बात को लेकर भी मुस्लिम नेताओं की नाराजगी सामने आ रही है की आंदोलन में जो विरोध के मुद्दे शामिल किये गये है उसमें भी मुस्लिम समस्याओं के मुद्दों को दरकिनार किया गया है। अब देखना यह होगा की कांग्रेस इस विरोध को किस तरह से दूर करती है।