NEWS Leaders : 100 वर्ष से अधिक पुरानी मां भवानी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा, बड़ी संखया में भक्तजन पहुंचे

100 वर्ष से अधिक पुरानी मां भवानी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा, बड़ी संखया में भक्तजन पहुंचे
“प्राण प्रतिष्ठा के समय देवमूर्ति की विधि विधान से पूजा होती है तो मूर्ति जीवंत हो जाती है। जिससे वह हर व्यक्ति की विनती को स्वीकार करने लगती है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति में दिव्य सत्ता और चेतना आ जाती है।”
न्यूज़ लीडर्स : राजेश नाहर खेतिया
खेतिया के निकट ग्राम मल्फा में अति प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार का बनाए गए नए भवानी माताजी मंदिर में 100 वर्षों से भी अधिक प्राचीन भवानी मां की प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा संपन्न होने जा रही है जिसके चलते 4 अप्रैल से महापुराण संपन्न हुआ है। आज मां भवानी की प्रतिमा ग्राम मल्फा के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण कराई जा रही है। जहां प्रत्येक घर से पूजा-अर्चना कर क्षेत्र व किसानों की खुशहाली की कामना कर रहे हैं।
ऐसी मान्यता कि यह प्रतिमा गांव के ही एक खेत से 100 वर्ष से अधिक समय पूर्व प्रकट हुई थी जो यहां के प्राचीन मंदिर में स्थापित थी। अब उसी प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार कर नए मंदिर में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है।
“सनातन धर्म में प्रारंभ से ही देव मूर्तियां ईश्वर प्राप्ति के साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधन की भूमिका निभाती रही हैं। अपने इष्टदेव की सुंदर सजीली प्रतिमा में भक्त प्रभु का दर्शन करके परमानंद का अनुभव करता है और शनै: शनै: ईश्वरोन्मुख हो जाता है। देवप्रतिमा की पूजा से पहले उनमें प्राण-प्रतिष्ठा करने की पीछे मात्र परंपरा नहीं, परिपूर्ण तत्त्वदर्शन सन्निहित है।”
इस अवसर पर संपूर्ण मल्फा ग्राम में धार्मिक वातावरण बना हुआ है। गांव के ग्रामीण स्त्री पुरुष डीजे की धुन पर गरबा करते हुए माता जी के स्वागत कर रहें। ग्रामीणों में मां भवानी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अत्याधिक उत्साह है। ग्राम मल्फा के निवासी जो सूरत, मुंबई, अहमदाबाद, भोपाल और इंदौर आदि स्थान पर रहने चवेवगये है, वह इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अपने गांव में सम्मिलित हुए है। विद्वान पंडितों के समूह द्वारा हवन पूजन किया जा रहा है। सम्पूर्ण ग्राम का वातावरण धर्ममय हो गया है।
गांव के वरिष्ठजन राजाराम दादा, दत्तू पाटिल, साहेबराव पाटील, शाम पाटिल, राजू पाटील और कैलाश पाटिल कार्यक्रम को लेकर सक्रिय देखे गये है।
