NEWS Leaders : ‘हाय महंगाई, तू कहा से आई’_ देश में 17 महिने में महंगाई का पारा चढ़ा, आम आदमी के बूरे हाल, कांग्रेस ने सरकार को कोसा
‘हाय महंगाई, तू कहा से आई’
देश में 17 महिने में महंगाई का पारा चढ़ा, आम आदमी के बूरे हाल, कांग्रेस ने सरकार को कोसा
“अनाज, सब्जियों, खाद्य तेल और ईंधन की बढ़ती कीमतों की वजह से खुदरा महंगाई दर मार्च में 17 महीने के उच्चतम स्तर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई है।”
विशेष : न्यूज़ लीडर्स
आम आदमी को महंगाई के मोर्चे पर तगड़ा झटका लगा है। बढ़ती गर्मी में महंगाई का पारा भी चढ़ गया है। मार्च में महंगाई ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। मार्च महीने में भारत की रिटेल इन्फ्लेशन बढ़कर 6.95% हो गई जो कि पिछले 17 महीने में सबसे अधिक है।
▪︎कांग्रेस ने केन्द्र सरकार को लिया आड़े हाथ.》
देश में बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस ने केन्द्र सरकार को आड़े हाथ लिया है।उसने कहा है, महंगाई चरम पर और अर्थव्यवस्था रसातल में है।ये भाजपा सरकार की अनर्थनीतियों के नतीजे हैं।
भाजपाई निर्मित महंगाई के आगे जनता लाचार है। भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था को खतरे में डाल कर भारत के चालू खाते के घाटे को 9 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया। इस उपलब्धि के लिए जिम्मेदार भाजपा सरकार की अनर्थनीतियां ही हैं।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि यह लगातार तीसरा महीना है जब खुदरा महंगाई दर भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित 6 फीसदी के लक्ष्य से ऊपर पहुंच गई। जबकि आरबीआई ने सरकार से खुदरा महंगाई दर 2 से 6 फीसदी के बीच सीमित रखने को कहा है। फरवरी में महंगाई दर 6.07 फीसदी पर थी। जबकि जनवरी माह में खुदरा महंगाई 6.01 फीसदी पर थी। मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर फरवरी के मुकाबले 15 फीसदी तक बढ़ गई है। इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। पिछले वर्ष मार्च में महंगाई दर 4.3 फीसदी पर थी।
खाद्य पदार्थों और पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के कारण खुदरा महंगाई बढ़ी है। पेट्रोल-डीजल के मूल्य में 10-10 रूपए की वृद्धि का असर माल भाड़े पर पड़ा है। माल भाड़ा 15 से 20 फीसदी तक बढ़ा है। इसी कारण खुदरा के साथ ही थोक में भी अनाज, फल, दूध और सब्जियों के दाम बढ़े हैं। मार्च महीने में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम में 7.68 फीसदी की तेजी आई है जबकि फरवरी में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर 5.85 फीसदी पर थी।