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NEWS Leaders : आधार कार्ड में जुड़वा भाईयों के फिंगरप्रिंट आपस में एक दूसरे से बदले, अब परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे

NEWS Leaders : आधार कार्ड में जुड़वा भाईयों के फिंगरप्रिंट आपस में एक दूसरे से बदले, अब परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे, देखिए वीडियो

सुधार के लिए बैंगलौर से दिल्ली तक लगाई दौड़, 12 पहले हुई थी लापरवाही

न्यूज लीडर्स : भारत पटेल खरगोन

इस वक्त की बड़ी ख़बर आ रही है खरगोन जिले के गोगांवा से जहां आधार कार्ड से जुड़ा एक मामला सामने आया है। जिसमें बचपन में जुड़वा भाई राम और श्याम के आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट बदलने से परेशानी खड़ी हो गई है।

●》लापरवाही के शिकार हुए जुड़वा भाई.》》

यूं तो हमने फिल्मों में राम और श्याम, सीता और गीता जैसे जुड़वा बच्चों को देखा है लेकिन खरगोन जिले में दो जुड़वा भाइयों की अजीब कहानी है। विभागीय लापरवाही का खामियाजा दो युवा भुगत रहे हैं। जिला मुख्यलय से महज 15 किमी दूर ग़ोगावां के कोठाबुजुर्ग गांव में किसान संतोष कुमरावत के दो जुड़वा बेटे हुए थे जो अब कॉलेज की परीक्षा नहीं दे पा रहे है। समस्या के समाधान के लिए बैंगलौर से दिल्ली तक लगा चुके दौड़ पर नतीजा नहीं निकल रहा है

●》12 साल पहले की गलती दे रही है परेशानी.》》

आपको बता दे,12 साल पहले 2013 में किसान संतोष अपने दोनों बेटों राम और श्याम के आधार कार्ड बनवाने आधार कंप्यूटर सेंटर बरुड़ गए। ऑपरेटर ने राम के आधार कार्ड में श्याम के फिंगरप्रिंट और श्याम के आधार कार्ड में राम के फिंगरप्रिंट लगा दिए।

●》ऑनलाइन फार्म मिसमैच बताकर रिजेक्ट हो रहा.》》

नतीजतन आधार कार्ड बनाने वाले से हुई गलती का खामियाजा किसान परिवार के जुडवा बच्चे भुगत रहे है। समस्या भी समय के साथ अब जवान हो चुकी हैं। वहीं जब 18 वर्षीय दोनों जुड़वा भाई पढाई के लिए ऑनलाइन फार्म भरने पहुंचे तो आधार कार्ड में उन्हें मिसमैच बताकर रिजेक्ट कर दिया। इस परेशानी को लेकर खरगोन एनआईसी से लेकर दिल्ली के आधार रीजनल ऑफिस और बेंगलुरु तक दौड़ लगा चुके हैं पर समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।

●》और अंत में.》》

गौरतलब है की जरा सी असावधानी को दुरस्त करने में पसीना आ रहा है। अब देखना यह होगा की जुड़वा भाईयों को और कितने समय तक परेशान रहना पडेगा।

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