NEWS Leaders : लाखों की तादाद में डुप्लीकेट समग्र आईडी से 19 शासकीय योजनाओं के गलत लाभ का गोरख धंधा

NEWS Leaders : लाखों की तादाद में डुप्लीकेट समग्र आईडी से 19 शासकीय योजनाओं का गलत लाभ का गोरख धंधा
न्यूज लीडर्स डेस्क
समग्र आईडी को लेकर एक बडा मामला सामने आया है। मप्र में समग्र आईडी के बडी तादाद में डुप्लीकेट होने की बात सामने आई है। कहा जा रहा है की प्रदेश में करीब सात लाख समग्र आईडी डुप्लीकेट होना पाया है।

“एमपीएसईडीसी समग्र आइडी डाटा से लोगों के नाम, जन्म तिथि, लिंग एवं पिता के नाम का संभावित मिलान किया गया है। जिसमें 7,21,152 डुप्लीकेट समग्र आईडी सामने आईं हैं”

●》डुप्लीकेट आईडी से 19 योजनाओं का गलत इस्तेमाल.》》
डुप्लीकेट समग्र आईडी के जरिए प्रदेश सरकार की 19 अलग-अलग योजनाओं का गलत तरीके से लाभ लिया जा रहा है। कई लोग ऐसे हैं जो कि डुप्लीकेट आईडी के जरिए 4 योजनाओं तक का लाभ ले रहे हैं। जबकि एक आईडी पर एक ही योजना का लाभ देने का नियम है।

“वहीं दूसरी और प्रदेश में एमपीएसईडीसी द्वारा समग्र पोर्टल के अपडेशन का कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण मप्र में समग्र पोर्टल 07 से 14 फरवरी 2025 तक बंद है। हालांकि समग्र पोर्टल के चल रहे अपडेशन को इससे जोड़ने की पुष्टी नहीं हुई है”

●》समग्र आईडी का आधार कार्ड से लिंक.》》
प्रदेश की योजनाओं का लाभ समग्र आईडी के आधार दिया जाता है, साथ ही यह भी तय किया गया है कि एक समग्र आईडी पर एक व्यक्ति को एक ही योजना का लाभ मिल सके। लेकिन कई ऐसे लोग पाए गए हैं जो कि एक से अधिक आईडी बनवा कर सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए समग्र से आधार कार्ड को लिंक किया जा रहा है।
●》और अंत में.》》
इस पूरे मामले पर सामाजिक न्याय के उप संचालक सौरभ सिंह का कहना है कि एक व्यक्ति के दो या उससे अधिक डुप्लीकेट आईडी होने का मामला सामने आया है। शासन स्तर पर सूची भेजी गई है। जिसका परीक्षण कराया जा रहा है। इसके बाद डुप्लीकेट आईडी हटाने का काम किया जाएगा। जिसमें सिर्फ एक ही आईडी शेष रहेगी।
