NEWS Leaders : शहरों में आने वाले श्रमिकों के लिए बनेंगे 16 मॉडल रैन-बसेरे
NEWS Leaders : शहरों में आने वाले श्रमिकों के लिए बनेंगे 16 मॉडल रैन-बसेरे
●》मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित विभागों द्वारा कार्यवाही शुरू.》》
●》इंदौर, भोपाल, जबलपुर एवं सागर के प्रस्ताव हुए तैयार.》》
भोपाल : न्यूज लीडर्स
विभिन्न कार्यों से ग्रामीण शहरों में पहुंचते हैं। इनके रात्रि विश्राम के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से श्रम विभाग के माध्यम से प्रदेश के 16 निगम क्षेत्रों में मॉडल रैन-बसेरों का निर्माण कार्य होगा। इसके लिए शासन ने श्रम विभाग को प्रति मॉडल रैन-बसेरा 6.10 करोड़ रूपए के मान से 100 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है।
आपको बता दे, निर्धन वर्ग विशेषकर ऐसे श्रमिक जो किन्हीं कार्यों से भोपाल, इंदौर व अन्य बड़े नगरों में आते हैं और उन्हें कुछ दिन शहर में रहना होता है। शहरों में ऐसी सुविधा कम होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता।
●》इन नगरों में होगा रैन बसेरों का निर्माण.》》
यह विश्राम गृह “मॉडल रैन बसेरे” के रूप में जाने जाएंगे। प्रत्येक मॉडल रैन बसेरा 100 बिस्तर की क्षमता का होगा। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, रतलाम, सागर, रीवा, सिंगरौली, सतना, जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, मुरैना और ग्वालियर में रैन-बसेरों का निर्माण किया जाना है।
इन रैन- बसेरों में नि:शुल्क अथवा रियायती दर पर भोजन की व्यवस्था इस्कॉन जैसी संस्थाओं के माध्यम से करवाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश के नगरों में मॉडल रैन-बसेरों के निर्माण के लिए भूमि चिन्हांकित की जा चुकी है। रैन-बसेरों का निर्माण पीआईयू द्वारा किया जाएगा। इनका संचालन जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति नगर निगम के माध्यम से करेगी।
●》और अंत में.》》
वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के शहरों में दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित 121 आश्रय स्थलों की जानकारी भी ली है।