“आज दिन भर प्रदेश के सभी ज़िलों में युवकों ने पटवारी परीक्षा की कथित धांधली के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किए, उसके बाद शिवराज ने नियुक्तियों पर रोक लगाई,”
न्यूज लीडर्स : भोपाल
इस वक्त की बड़ी खबर है की कर्मचारी चयन मंडल की समुह 2 उप समुह और 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणामों को रोक दिया गया है। इस आशय की घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है।
▪︎》》सीएम शिवराज ने लगाई रोक.》》
चौतरफा विरोध के चलते शिवराज सरकार ने लगाई रोक, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट पर की घोषणा।
“कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेन्टर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूँ। सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा।“
पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट के तहत होने वाली नियुक्तियों पर रोक लगाई, शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए दी जानकारी, ग्वालियर के जिस सेंटर के रिजल्ट पर संदेह वहां के परिणाम का फिर से होगा परीक्षण।
▪︎》》कमलनाथ ने सीएम शिवराज के निर्णय पर कहीं बड़ी बात.》》
कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित समूह-2, उप समूह-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम में धांधली के समाचार सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने नियुक्तियां रोकने का फैसला कर, यह स्वीकार कर लिया है कि इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली और घोटाला हुआ है।
मैं मुख्यमंत्री से स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि कोई भी फैसला ऐसा होना चाहिए जिसमें अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं हो। नियुक्तियां रोकना एक बात है और असली दोषियों को पकड़ना दूसरी बात है। व्यापम और नर्सिंग घोटाले में भी सरकार ने इससे मिलती-जुलती कार्यवाही करके मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की थी और सत्ताधारी दल से जुड़े मुख्य साजिशकर्ताओं को बचाया था।
मध्य प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि पटवारी भर्ती घोटाला के मुख्य कर्ता-धर्ता कौन हैं और उनका भारतीय जनता पार्टी से क्या संबंध है? और अगर संबंध है तो वह कानून के शिकंजे में कब आएंगे?
》》राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी किया था विरोध.》》
▪︎》》दिग्विजय सिंह ने ऑफलाइन मोड़ से पुन: परीक्षा कराने की मांग की थी.》》
मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। प्रदेशभर के लाखों अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को राजधानी भोपाल और इंदौर में भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले के विरुद्ध सड़कों का छात्रों का सैलाब देखने को मिला। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम चौहान को पत्र लिखकर भर्ती परीक्षा पुनः ऑफलाइन मोड़ से आयोजित कराने की मांग की है।
कलेक्टर कार्यालय पर बड़ी संख्या में आज स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया। दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स इंदौर कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंचे।
▪︎》》खरगोन : धरना-प्रदर्शन में जयस भी हुआ शामिल.》》
खरगोन में भी व्यापमं द्वारा ली गई पटवारी परीक्षा मे फर्जीवाड़ा का विरोध करते हुए छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतरे, इस दौरान कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी की गई। इस धरना प्रदर्शन में जयस भी शामिल हुआ। छात्र-छात्राओं मे इस परीक्षा को निरस्त कर घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग की।