NEWS Leaders : युवा आयोग के अध्यक्ष डाॅ. निशांत खरे ने युवाओं से कहा की ग्रामों के विकास के लिये पेसा नियम बना है
NEWS Leaders : युवा आयोग के अध्यक्ष डाॅ. निशांत खरे ने युवाओं से कहा की ग्रामों के विकास के लिये पेसा नियम बना है
न्यूज लीडर्स : बड़वानी
“ग्रामसभाओं के माध्यम से ग्रामो के विकास के लिये पेसा नियम बनाया गया है। पेसा नियम एक क्रांतिकारी कदम है, जो धीरे-धीरे धरातल पर लागू होगा। ग्राम के लोगो के आपसी समन्वय व सामंजस्य से ही पेसा नियम ग्रामो में पूर्णतः लागू हो सकता है।”
उक्त बाते मध्यप्रदेश युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशान्त खरे ने मंगलवार को शहीद भीमा नायक शासकीय महाविद्यालय बड़वानी के सभागृह में ग्रामो के युवा सरपंच, उप सरपंच व ग्रामसभाओं के अध्यक्ष से संवाद करते हुये कही ।
▪︎》》पेसा एक्ट के सम्बंध में बताई गई महत्वपूर्ण बातें.》》
▪︎ मध्यप्रदेश पेस किसी गैर जनजातीय समाज के खिलाफ नहीं है। यह जनजातीय भाई-बहनों को और मजबूत करने के लिए है। यह प्रदेश के जनजातीय बहुल 89 विकासखंडों में लागू है
▪︎ पेसा एक्ट जनजातीय भाई-बहनों को जल, जंगल, जमीन और खदानों पर पहला अधिकार प्रदान करता है।
▪︎ पेसा एक्ट में यह व्यवस्था की गई है कि पटवारी और बीट गार्ड हर साल गांव में आकर ग्रामसभा के बीच खसरे, नक्शे और बी-1 की नकल रखेंगे और यह बतायेंगे कि कौन सी जमीन किसके नाम है।
▪︎ विकास कार्यों के लिए अब जनजातीय भाई-बहनों की अनुमति के बिना उनकी जमीन नहीं ली जा सकेगी।
▪︎ अधिसूचित क्षेत्र में रेत, मिट्टी, पत्थर या कोई अन्य खदान का पट्टा बिना ग्रामसभा की अनुमति के सरकार नहीं दे सकेगी।
▪︎ अचार की गुठली, महुए का फूल, महुए की गुल्ली, हर्रा, बहेड़ा, बांस, आंवला आदि को बिनने, बेचने और इनके मूल्य निर्धारण का अधिकार भी जनता का ही होगा।
▪︎ तालाबों का समस्त प्रबंधन अब ग्रामसभाएं करेंगी। तालाबों में होने वाले सिंघाड़ों या मछलियों पर भी अधिकार ग्राम सभाओं का ही होगा। सरकार केवल मदद करेगी।
▪︎ पेसा एक्ट में ग्रामसभा को वैधानिक अधिकार दिये गये है। साथ ही जल, जंगल, जमीन, श्रमिको के अधिकार एवं जनजातीय गौरव के संरक्षण और संवर्धन के लिये अलग-अलग समितियो का गठन किया गया है।
▪︎》अंत में.》》
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री जगदीश कुमार गोमे, मुख्यमंत्री युवा सलाहकार समिति के सदस्य श्री सचिन शर्मा, पेसा एक्ट के जिला समन्वयक श्री प्रीतम बड़ोले सहित ग्रामो के सरपंच व ग्रामसभा के अध्यक्ष उपस्थित थे।