Newsleaders सेंधवा क्लस्टर अनुश्रवण शिविरों में कलेक्टर जयति सिंह पहुंचीं, 2530 आवेदकों से सीधा संवाद, 1897 समस्याएँ मौके पर हल

Newsleaders सेंधवा क्लस्टर अनुश्रवण शिविरों में कलेक्टर जयति सिंह पहुंचीं, 2530 आवेदकों से सीधा संवाद, 1897 समस्याएँ मौके पर हल
बड़ी ख़बर : सेंधवा क्षेत्र के पंचायत भवनों के बाहर भीड़, डेस्क पर बैठे अधिकारी, मौके पर समाधान का माहौल
न्यूज लीडर्स : सेंधवा

जनपद पंचायत सेंधवा के क्लस्टर सेंधवा, धनोरा और चाचरिया की 34 पंचायतों में शुक्रवार को आयोजित क्लस्टर अनुश्रवण शिविर में कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह स्वयं पहुंचीं। उनकी उपस्थिति ने शिविर को प्रशासनिक दृष्टि से और अधिक प्रभावी तथा परिणाममुखी बना दिया।
“कलेक्टर ने मौके पर विभिन्न काउंटरों का निरीक्षण किया, आवेदकों से चर्चा की और तत्काल समाधान के निर्देश दिए”
शिविर में कुल 2530 आवेदक पहुंचे, जिनमें से 1897 शिकायतों का निराकरण उसी समय संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा किया गया। शेष आवेदनों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए गए।

●》कलेक्टर की मौजूदगी शिविर का प्रमुख आकर्षण.》》
कलेक्टर जयति सिंह ने प्रत्येक सेवा काउंटर, आयुष्मान, राजस्व, पेंशन, आवास, नल-जल, राशन ई-केवाईसी, कृषि, आजीविका और स्वास्थ्य—का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों से व्यक्तिगत रूप से उनकी समस्याएँ सुनीं और अधिकारियों को मौके पर ही प्राथमिकता के साथ निराकरण करने को कहा।
उनकी मौजूदगी से ग्रामीणों में उत्साह दिखाई दिया, और कई लोगों ने बताया कि कलेक्टर के सीधे हस्तक्षेप से उनकी वर्षों से लंबित समस्याएँ तुरंत हल हो सकीं।
●》मेहतगांव में मैदानी निरीक्षण.》》
शिविर के दूसरे चरण में कलेक्टर जयति सिंह जिला पंचायत सीईओ और संयुक्त कलेक्टर के साथ ग्राम मेहतगांव पहुँचीं। वहां उन्होंने सेक्टर अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की और कहा कि शिविर में दर्ज प्रत्येक समस्या का समाधान समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाए।

“यह शिविर प्रशासन और नागरिकों के बीच भरोसे का एक मजबूत सेतु बनकर सामने आया। दूरस्थ क्षेत्रों के हजारों लोगों को एक ही स्थान पर शासन की योजनाओं का लाभ मिला और उनकी समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया गया।”
●》शिविर में प्रमुख समाधान.》》
• आयुष्मान कार्ड के रुके आवेदन ऑनलाइन स्वीकृति की ओर बढ़े
• राजस्व मामलों (नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा) का ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण
• पेंशन के नए पात्र हितग्राहियों को योजना से जोड़ा गया
• नल-जल और आवास से संबंधित लंबित मामलों पर मार्गदर्शन
• राशन कार्ड ई-केवाईसी और ऑनलाइन सेवाएँ
• दो बच्चियों का सुकन्या समृद्धि योजना में पंजीयन
कलेक्टर की सक्रिय भागीदारी ने इस शिविर को जन-केंद्रित प्रशासन का एक प्रभावी उदाहरण बना दिया।




