NLS स्पेशलखास-खबरन्यूज़राजकाजराष्ट्रीय

Newsleaders : बिहार में NDA सरकार गठन लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़, संभावित  उपमुख्यमंत्री और मंत्रिगण के साथ पूरी रिपोर्ट लीडर्स से जानिए

Newsleaders : बिहार में NDA सरकार गठन लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़, संभावित  उपमुख्यमंत्री और मंत्रिगण के साथ पूरी रिपोर्ट लीडर्स से जानिए

न्यूज लीडर्स विशेष

बिहार में नई सरकार के गठन पर एनडीए गठबंधन के बीच राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। पटना और नई दिल्‍ली में एनडीए गठबंधन के सदस्‍यों के बीच विचार-विमर्श और बैठकों का दौर जारी है।

●》ताज़ा ख़बर.》》

बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और उन्हें राज्य मंत्रिमंडल के भंग होने के फैसले की जानकारी दी।

▪︎ बैठकों का दौर.


पटना और नई दिल्ली दोनों जगह एनडीए गठबंधन के नेताओं के बीच विचार-विमर्श और बैठकों का सिलसिला जारी है। इन बैठकों में मंत्रिमंडल के गठन और घटक दलों के प्रतिनिधित्व सहित कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है।

▪︎ विधायक दल का नेता चुनाव.


जेडीयू के नवनिर्वाचित विधायक पटना में बैठक करेंगे और सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुने जाने की उम्मीद है। बीजेपी के विधायक भी अपने विधायक दल के नेता का चुनाव करेंगे।

▪︎ एनडीए की संयुक्त बैठक.


दोनों पार्टियों के विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद एनडीए की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें गठबंधन का नेता चुना जाएगा और फिर राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।

▪︎ कैबिनेट अंतिम बैठक और इस्तीफा.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वर्तमान मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक कर इस्तिफा दिया। इसमें कैबिनेट भंग करने का प्रस्ताव पारित है। इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंपा।

▪︎ शपथ ग्रहण समारोह.


नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने की संभावना है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं।

▪︎ सीटों की स्थिति.


हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 202 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया है, जिसमें बीजेपी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि जेडीयू को 85 सीटें मिली हैं।
​कुल मिलाकर, 22 नवंबर से पहले नई सरकार के सत्ता में आने की उम्मीद है, और इसके लिए गठबन्धन के भीतर तेजी से काम चल रहा है।
बिहार में नई सरकार के संभावित मंत्रिमंडल और मंत्रियों की संख्या को लेकर राजनीतिक गलियारों और मीडिया रिपोर्ट्स में यह चर्चा है।

​●》संभावित मंत्रिमंडल और संख्या.》》

​बिहार में अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं।कुल विधानसभा सीटों 243 का 15% रिपोर्टों के अनुसार, एनडीए गठबंधन ने मोटे तौर पर ‘प्रत्येक 6 विधायकों पर एक मंत्री’ के फॉर्मूले पर काम किया है।

बीजेपी-89 से 15 से 16 विधायकों की संख्या में सबसे बड़ी होने के कारण कैबिनेट में सबसे बड़ा हिस्सा मिलने की संभावना है। जेडीयू- 85 से 13 से 14 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के रूप  में नीतीश कुमार इसी दल से होंगे। लोजपा रामविलास’ 19 से 3 के साथ चिराग पासवान की पार्टी को उनकी अच्छी संख्या के कारण महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
अन्य दलों में हम, रालोमो, उपेंद्र कुशवाह और जीतन राम मांझी की पार्टी से एक-एक मंत्री पद की संभावना है। जिन्हे 202 सीट पर विजयी मिली है।

●》डिप्टी सीएम और प्रमुख पद.》》

• ​मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (जेडीयू) के ही मुख्यमंत्री बनने के पूरे आसार हैं।
• ​उपमुख्यमंत्री चर्चा है कि बीजेपी को एक या दो उपमुख्यमंत्री पद मिल सकते हैं।
• ​सम्राट चौधरी को फिर से उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की प्रबल चर्चा है।
• ​दूसरे डिप्टी सीएम के लिए किसी ठाकुर चेहरे पर विचार किया जा सकता है।
• ​लोजपा रामविलास भी एक डिप्टी सीएम पद की मांग कर सकती है।
• ​विधानसभा अध्यक्ष यह पद फिर से बीजेपी के खाते में जा सकता है, जिसमें विजय सिन्हा को दोबारा यह ज़िम्मा मिलने की संभावना है।

​●》मुख्य फोकस क्षेत्र.》》

​मंत्रिमंडल के गठन में निम्नलिखित बातों पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है:
• ​जातीय समीकरण: सभी प्रमुख जातियों और समुदायों को उचित प्रतिनिधित्व देना।
• ​क्षेत्रीय संतुलन: बिहार के सभी क्षेत्रों (जैसे मिथिलांचल, मगध, सीमांचल आदि) से मंत्रियों को शामिल करना।
• ​वरिष्ठता और अनुभव: पुराने और अनुभवी विधायकों को महत्वपूर्ण विभाग देना।
​यह फॉर्मूला मीडिया रिपोर्टों पर आधारित है। आधिकारिक घोषणा विधायक दल के नेता के चुनाव और एनडीए की संयुक्त बैठक के बाद ही होगी।
सोमवार, 17 नवंबर 2025 बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए दो महत्वपूर्ण घटनाक्रम हो रहे हैं।

Show More

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!