नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग के बीच चर्नोबिल डिजास्टर एक बार फिर चर्चा में आ गयी है। वैसे तो अंतरराष्ट्रीय मामलों और इतिहास में दिलचस्पी रखने वाले लोग चर्नोबिल से भली-भांति परिचित होंगे, मगर सिनेमा के शौकीनों के लिए भी यह शब्द नया नहीं है। यूक्रेन के चर्नोबिल में 1986 का न्यूक्लियर डिजास्टर इतिहास की सबसे बड़ी मानवीय त्रासदियों में से एक माना जाता है।
चर्नोबिल न्यूक्लियर पॉवर प्लांट के रिएक्टर नम्बर 4 में 26 अप्रैल 1986 को एक बड़ा हादसा हुआ था, जिससे निकले रेडिएशन का असर कई किलोमीटर तक हुआ था। एक दशक तक इसका असर बना रहा और कैंसर जैसी घातक बीमारियों की चपेट में बड़ी तादाद में लोग आये। भारतीय सिनेमा में तो डिजास्टर फिल्में बनाने का चलन अधिक नहीं रहा है, लेकिन पश्चिमी सिनेमा में तमाम फिल्में बनी हैं, जिनमें ऐसी त्रासदियों की विभीषिका को दिखाया गया है।
चर्नोबिल
चर्नोबिल हादसे और इसके बाद इस जगह की सफाई करने के विषय पर 2019 में एचबीओ ने 5 एपिसोड्स की एक टीवी मिनी सीरीज का निर्माण किया था, जो 6 मई को अमेरिका और 7 मई को ब्रिटेन में टेलीकास्ट की गयी थी। स्वीडिश डायरेक्टर योहान रेंक ने इसे निर्देशित किया था, जबकि जेरेड हैरिस, स्टेलन स्कार्सगार्ड, पॉल रिटर, जेसी बकली, एडम नागाइटिस आदि ने अहम किरदार निभाये थे। चर्नोबिल अब डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर उपलब्ध है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे पूरे यूरोप को इस हादसे से बचाने के लिए कुर्बानियां दी गयीं। इस सीरीज की दुनियाभर में काफी चर्चा हुई और इस परमाणु हादसे पर इसे एक सिनेमाई दस्तावेज की तरह देखा जाता है।
चर्नोबिल-1986
चर्नोबिल हादसे पर रूसी एक्टर-डायरेक्टर डैनिला कोजलोव्स्की ने चर्नोबिल- एबिस नाम से एक डिजास्टर फिल्म बनायी थी, जिसमें इस हादसे की बैकग्राउंड में एक काल्पनिक फायर फाइटर की कहानी दिखायी गयी थी। यह फिल्म 15 अप्रैल 2021 को रूस में रिलीज हुई थी और अब नेटफ्लिक्स पर चर्नोबिल 1986 के नाम से मौजूद है।
अन्य फिल्में
सीरीज और फिल्मों के अलावा चर्नोबिल शहर को कुछ फिल्मों में बतौर पृष्ठभूमि भी इस्तेमाल किया गया है। ऐसी ही एक फिल्म चर्नोबिल डायरीज 2012 में आयी थी, जिसका निर्देशन हॉलीवुड डायरेक्टर ब्रैड पारकर ने किया था। यह हॉरर-डिजास्टर जॉनर की फिल्म है। फिल्म की कहानी कुछ जोड़ों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो वीरान पड़े चर्नोबिल शहर में एडवेंचर के लिए चोरी से दाखिल होते हैं और वहां अजीबो-गरीब घटनाओं के साक्षी और शिकार बनते हैं।
2008 में आयी व्हाइट हॉर्स एक शॉर्ट फिल्म है, जिसमें दिखाया गया था कि एक शख्स 20 साल बाद पहली बार चर्नोबिल लौटता है। हादसे के बाद विस्थापित किये गये लोगों में वो भी शामिल था। इस शॉर्ट फिल्म को मेरियन डेलियो ने बनाया था, जिनकी इसी हादसे पर बनायी गयी एक और शॉर्ट फिल्म चर्नोबिल हार्ट को 2004 में एकेडमी अवॉर्ड प्रदान किया गया था। डिस्कवरी प्लस पर रिटर्न टू चर्नोबिल नाम से भी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म मौजूद है, जिसमें चर्नोबिल के रहस्य और कहानियों के बारे में बताया गया है।