काव्य प्रांगणसाहित्य

News Leaders : साहित्य_ काव्य प्रांगण

साहित्य_ काव्य प्रांगण

“उसके हाथ
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए

_केदारनाथ सिंह, रचनाकार

Show More
Back to top button
Don`t copy text!