News Leaders : मामला इंदौर के पेडमी गौशाला का, हर कहीं गायों के शव और कंकाल, दुर्गंध से था बूरा हाल, कुत्ते-जानवर नोच रहे थे शव
मामला इंदौर के पेडमी गौशाला का,
हर कहीं गायों के शव और कंकाल, दुर्गंध से था बूरा हाल, कुत्ते-जानवर नोच रहे थे शव
“जानवर नोच रहे थे गायों के शव, 150 से अधिक गायों की मौत होने का आरोप, प्रदेश में गोवंश के नाम पर किए जाने वाले दावों के बीच हालात किस कदर भयावह हैं”
इंदौर : न्यूज़ लीडर्स
गौशालाओं को लेकर फिर एक बार शिवराज सरकार कटघरे में खड़ी नजर आ रही है, नया मामला इंदौर के खुड़ैल थाना क्षेत्र के ग्राम पेडमी में अहिल्या माता जीव दया मंडल गोशाला का सामने आया है। गौशाला के पास स्थित तालाब के पास बड़ी संख्या में गायों के शव मिले हैं। कई शव कंकाल में बदल गए हैं यानी कई दिनों से गायों की मौत हो रही है और उन्हें लावारिस हालत में फेंका जा रहा है।
▪︎मामला कैसे आया है सामने जानिये.》
इंदौर के कुछ लोग अमास्या पर्व पर दर्शन करने के लिए गौशाला गए थे। उन्होंने यहां जो दृश्य देखा, वह रौंगटे खड़े करने वाला था। बुधवार को कुछ गो सेवक श्री अहिल्या माता गौशाला जीव दया मंडल ट्रस्ट द्वारा संचालित पेडमी स्थित गौशाला में पहुंचे। लेकिन वहां की अव्यवस्थाओं को देखकर सारे गौ सेवक स्तब्ध रह गए और उनकी आंखे फटी की फटी रह गईं। गौशाला के पीछे खुले जंगल में करीब डेढ़ सौ- दो सौ गायों के शव क्षत-विक्षत रूप में यहां-वहां फैले हुए पड़े हुए थे।
इतना ही नहीं कुत्ते उनका मांस नोच-नोच कर खा रहे थे। इन शवों की स्थिति को देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि पशुओं के शवों के साथ यह अमानवीय कृत्य काफी लंबे समय से चल रहा है।
फरियादी मनोज तिवारी निवासी तुकोगंज की शिकायत पर कंपेल चौकी में गोशाला के सुपरवाइजर अशोक पिता रामाधीन निवासी द्वारकापुरी के खिलाफ गोवंश प्रतिषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। इतनी अधिक गायों की मौत होने के बाद भी किसी सरकारी अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
“मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार प्रदेश में गायों की स्थिति सुधारने को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन इंदौर के पेडमी में स्थित यहां के सर्वश्रेष्ठ गौशाला में गायों की स्थिति इन दावों की पोल खोल रही है”
▪︎गौशाला के मंडल में नामी-गिरामियों के नाम.》
इस गौशाला के संचालक मंडल में शहर के नामी-गिरामी नागरिको के नामों की चर्चा सामने आ रही है, जिसमें रामेश्वर लाल आसावा, प्रकाश चंद्र सोडाणी, पुरुषोत्तम दास पसारी, लक्ष्मीनारायण कसेरा, एमसी रावत, गिरधर गोपाल नागर, गोपाल दास मित्तल, हंसराज जैन, देवेंद्र कुमार मित्तल एवं शंकरलाल अग्रवाल शामिल हैं, हालांकि इन नामों की अभी तक पुष्टी नहीं हुई है।
▪︎कांग्रेस ने जताया विरोध, सरकार को कोसा.》
इधर कांग्रेस नेता और पार्टी के प्रवक्ता नरेंद्र सालुजा ने भी प्रदेश में गायों की स्थिति को लेकर ट्वीट कर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। बैरसिया, छतरपुर, गुना, विदिशा के बाद अब इंदौर ज़िले के पेडमी की गौशाला की तस्वीर सामने आयी। सैकड़ों गायों के शव कंकाल बने। जानवर नोच रहे है। शिवराज सरकार में गौमाता की इस तरह की तस्वीरें रोज़ सामने आ रही है। ख़ुद को गौप्रेमी बताने वालों की यह है हक़ीक़त।
▪︎और अंत में.》
गौशाल में गायों से की जाने वाली इस क्रूरता के विरोध में गो सेवकों ने कंपेल थाने में जाकर नामजद एफ आई आर दर्ज करवाई है। अब पुलिस इस मामले में जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। बताया जा रहा है की, गौशाला को 1 करोड़ 90 लाख का अनुदान मिलता है। यहां 533 गायें रजिस्टर्ड हैं। गौशाला के पास करीब 50 हेक्टेयर जमीन है, लेकिन अधिकांश जमीन बंटाई पर दे रखी है।