NEWS Leaders अंतिम संस्कार के दौरान नदी में आई बाढ़ के कारण शव छोड़कर भागे मतृक के परिजन देखिए Video
“कटझिरा गांव में नदी किनारे अंतिम संस्कार के दौरान बारिश से बचाने के लिए तिरपाल का लिया सहारा, तभी नदी में अचानक बाढ़ आने पर बहा शव”
न्यूज लीडर्स : अशोक गुप्ता खरगोन
खरगोन जनपद मुख्यालय से करीब 7 किमी दूर पुतला ग्राम पंचायत के ग्राम कटझिरा में बुधवार को एक बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार के दौरान अजीब स्थिति बन गई। गांव में व्यवस्थित मुक्तिधाम ना होने से ग्रामीण अंतिम संस्कार की क्रिया नदी किनारे पर करते हैं। बुधवार को गांव की 95 वर्षीय पारबाई छीतर का निधन हो गया। परिजन व ग्रामीण उनका शव लेकर रूपारेल की सहायक नदी के किनारे पहुंचे।
इस दौरान अचानक बारिश होने से ग्रामीणों ने बड़ी तिरपाल का सहारा लिया और चिता तैयार कर चिता में आगे लगाते समय तिरपाल हटा ली गई। लेकिन कुछ ही देर में नदी के ऊपरी हिस्से में अधिक बारिश होने से नदी में बाढ़ का पानी आ गया। नदी में अचानक पानी आने से किनारे पर मौजूद ग्रामीणों को चिता को जलती हुई छोड़कर भागना पड़ा।
“लापरवाही ऐसी भी, कागजों में मनरेगा योजना के तहत मुक्तिधाम का निर्माण हुआ जबकि हकीकत में यहां सिर्फ कच्चे पत्थर की दीवार बनी”
मृतक वृद्धा के पुत्र रमेश और जगदीश ने बताया कि शांतिधाम नहीं होने से यह स्थिति निर्मित हुई है। माताजी को बीच नदी में अधजली अवस्था में छोड़ना पड़ा। तेज बारिश और नदी के बाढ़ का पानी चारों ओर पानी होने से अग्नि संस्कार हो नहीं सका है।
आपको बता दे, मनरेगा योजना में ग्राम में शांतिधाम निर्माण किया गया था। ग्राम पंचायत पुतला में भी शांतिधाम निर्माण के प्रस्ताव वर्ष 2012-13 में शांतिधाम के नाम पर केवल कच्चे पत्थर की दीवार बनाई गई थी, जो जर्जर हो गई है।
ग्रामीण ननू ठाकुर, रमेश, जीवन व बाटिया ने कहा यहां शेड सहित शांतिधाम का निर्माण होना चाहिए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना न हो। ग्राम सरपंच कंचनबाई ने बताया कि कटझिरा में खुले में अंतिम संस्कार करने में समस्या आती है। जनपद से शेड की मांग की जाएगी।