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NEWS Leaders : सुनो सरकार, आपकी घोषणा कब होगी पूरी, 11 साल से शिखर धाम मार्ग कर रहा है इंतजार

सुनो सरकार, आपकी घोषणा कब होगी पूरी, 11 साल से शिखर धाम मार्ग कर रहा है इंतजार

न्यूज़ लीडर्स की विशेष रिपोर्टिग

सतपुड़ा की हरियाली से आच्छादित वादियों के शिखर पर स्थित बाबा भीलट देव का मंदिर देश भर में श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। ऐतिहासिक मंदिर के रुप मे प्रसिद्ध शिखर पर भीलट देव का विशाल नयनाभिराम मंदिर है।

मंदिर का विहंगम दृश्य

मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। लेकिन मंदिर के पहुंच मार्ग की 11 साल पहले नागलवाड़ी शिखर धाम स्थित भिलट देव मंदिर के पहुंच मार्ग निर्माण की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा की गई थी लेकिन आज तक यह घोषणा मुर्त रूप नहीं ले सकी है।

▪︎सामाजिक कार्यकर्ता ने लंबित पड़ी मांग पर आवाज उठाई.》

सामाजिक कार्यकर्ता बी.एल. जैन ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री को ई-मेल द्वारा पत्र भेजकर पुनः शिकायत कर पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ करने की मांग की है। सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत दर्ज करवाने के बाद अधीक्षण यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा मंडल इंदौर द्वारा 24 फरवरी 2018 को 369.85 लाख का प्राक्कलन तकनीकी स्वीकृति के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बड़वानी को भेजा गया था। 4 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी इसकी प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान नही की जाकर मुख्यमंत्री की घोषणा की धज्जिया उड़ाई जा रही है।

उन्होने पत्र मे लिखा है कि जन-जन की आस्था के केन्द्र भिलट देव मंदिर पर जनता ने दान राशि एकत्रित कर 10 करोड़ रूपये की लागत का भव्य मंदिर बना दिया है। नागपंचमी मेले के अवसर पर 4 से 5 लाख एवं प्रतिदिन 2 से 5 हजार श्रध्दालु यहां दर्शन को आते है। शिखर धाम घुमावदार पहाड़ी पर स्थित है जहां वर्तमान में कच्चा रोड़ बना हुआ है।

कच्चे रोड़ पर चलते हुए अनेको बार यहां दुर्घटनाऐं हुई है जिसमें गत 6 से 7 वर्षो में 50 से अधिक दुर्घटनाओं में 9 लोगो की मृत्यु हुई है एवं सैकड़ो लोग घायल हो चुके है। बावजुद इसके शासन एवं प्रशासन असंवेदनशील बना हुआ है। यहां न तो सीमेंट कॉक्रीट की सड़क बनाई जा रही है ना ही साईड मे रेलिंग लगाई जा रही है, जिससे बार-बार दुर्घटनाऐं घटित होती है।

“मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दिनांक 29.10.2010 को वनवासी यात्रा के दौरान भीलटदेव मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे तब उन्होंने शिखरधाम के लिए सीमेंटीकृत मार्ग एवं बगीचे को सुंदर बनाने की घोषणा की थी”

लेकिन इस घोषणा को अधिकारियों ने लाल फिताशाही के बस्ते में बांधकर पटक दिया। श्री जैन द्वारा इस मुद्दे को लेकर दि. 04.04.2017 को मुख्यमंत्री को विस्तृत शिकायत दर्ज की गई। जिसे सी.एम. मॉनिट सी क्रमांक 09 पर पंजीबध्द कर लिया गया। उसके पश्चात् लोक निर्माण विभाग सक्रिय हुआ। उन्होंने 05.08.2017 एवं  05.12.2017 एवं 09.01.2018 को प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग तक पत्र व्यवहार के बाद कहा गया कि यह कार्य ग्रामीण एवं पंचायत विभाग द्वारा किया जाना था।

तत्पश्चात् दिनांक 04.08.2018 को कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बड़वानी द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बड़वानी को 3 कि.मी. सड़क निर्माण के प्राक्कलन तैयार कर अधीक्षण यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा मंडल इंदौर की तकनीकी स्वीकृति सहित रूपये 369. 85 लाख के प्रस्ताव राज्य आयोजना मद से प्रशासकीय स्वीकृति हेतु प्रेषित किए गए। लेकिन 4 वर्ष के बाद भी इसकी प्रशासकीय एवं वितीय स्वीकृती प्रदान नही की गई।

आपने बताया की प्रदेश के तात्कालिन मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने भी नागलवाड़ी आगमन पर 26.02.2019 को इस सड़क के निर्माण की घोषणा की थी जिस पर भी प्रशासकीय अधिकारियों ने कोई ध्यान नही दिया। इस मामले में श्री जैन ने पुनः मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में जब आपकी घोषणाओं का इस तरह हश्र हो रहा है तो आम आदमी अपनी पीड़ा कहां और कैसे व्यक्त करेगा?

▪︎दो-दो मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद हालात जस के तस.》

दो-दो मुख्यमंत्रियों की घोषणाओं को अधिकारियों ने नजरअंदाज कर दिया। श्री जैन ने इस मामले मे आज जिले के प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग एवं सांसद गजेन्द्रसिंह पटेल, सुमेरसिंह सोलंकी सहित प्रदेश के मुख्य सचिव, कमिश्नर इंदौर संभाग, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को भी ज्ञापन की प्रतियां ई-मेल से प्रेेषित कर शिखर धाम स्थित सड़क निर्माण का कार्य स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ करवाने का अनुरोध किया हैै।

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