Newsleaders : इंदौर केमिकल फैक्ट्री में आग से दर्दनाक हादसा, जिंदा जली दो महिलाएं, मची अफरा-तफरी, मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुःख व्यक्त किया, मुआवजे की घोषणा

Newsleaders : इंदौर केमिकल फैक्ट्री में आग से दर्दनाक हादसा, जिंदा जल गईं दो महिलाएं, मची अफरा-तफरी
न्यूज लीडर्स इंदौर
इंदौर से एक दिल दहला देने वाली ख़बर,
शनिवार शाम शहर की केट रोड स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि मौके पर मौजूद दो महिला कर्मचारी जिंदा जल गईं।
“हादसे की शुरुआत एक दीपक से हुई थी, जो एकादशी के मौके पर पूजा के दौरान जलाया गया था”
शनिवार शाम करीब 6 बजकर 30 मिनट पर इंदौर की केट रोड पर स्थित एक केमिकल गोदाम में अचानक आग भड़क उठी। बताया जा रहा है कि यहां बड़ी मात्रा में थिनर और अन्य ज्वलनशील केमिकल रखे गए थे।
थिनर की वजह से आग ने कुछ ही मिनटों में पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे आस-पास का इलाका दहल उठा। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की चार टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया जा सका।
●》लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.》》
गोदाम में काम कर रहीं दो महिलाएँ, रामकली (50) और ज्योति (48) बाहर नहीं निकल पाईं। दोनों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस के मुताबिक, हादसे की वजह पूजा में जलाया गया एक दीपक बताया जा रहा है, जिससे आसपास रखा थिनर सुलग उठा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की भारी अनदेखी की जा रही थी न तो फायर सेफ्टी उपकरण मौजूद थे, और न ही आपातकालीन निकासी का कोई इंतज़ाम।
●》मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुःख व्यक्त किया.》》
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर की एक केमिकल फैक्ट्री में शनिवार की शाम लगी आग की घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयास किए।वर्तमान में स्थिति सामान्य है।

●》और अंत में.》》
फिलहाल, पुलिस ने फैक्ट्री मालिक और किराएदार के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। आग के असली कारण और सुरक्षा-लापरवाही की पुष्टि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। एक बार फिर वही सवाल? क्या हमारी इंडस्ट्रियल सेफ्टी सिर्फ कागज़ों पर है?
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