NEWS Leaders : एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से दो नवजात शिशुओं की मृत्यु परमुख्यमंत्री ने क्या कहा ?

NEWS Leaders : एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से दो नवजात शिशुओं की मृत्यु परमुख्यमंत्री ने क्या कहा ?
पूछता है न्यूज लीडर्स : मौत के कारण पर अस्पताल प्रबंधन बदहाल व्यवस्था पर सवाल ?
न्यूज लीडर्स : विशेष रिपोर्ट इंदौर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर एमवाय अस्पताल में नवजात शिशुओं की हुई मृत्यु को दुखद बताया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस तरह की घटनाएं न हो इसके लिए समस्या का स्थाई समाधान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गंभीर घटना एवं लापरवाही के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, कलेक्टर को निर्देश दिए है कि इस प्रकरण में उच्च स्तरीय जाँच करायी जाये और दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
●》आपको बता दे की.》》
यह हादसा केवल इंदौर का नहीं, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र की खामियों का आईना है। जिस अस्पताल में गरीब और जरूरतमंद अंतिम उम्मीद लेकर आते हैं, वहां सुरक्षा और स्वच्छता की ऐसी हालत बेहद शर्मनाक है। दो मासूमों की मौत केवल संयोग नहीं, बल्कि तंत्र की विफलता का नतीजा है। यह घटना हमें चेतावनी देती है कि अगर तत्काल ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य में और निर्दोष जिंदगी खतरे में पड़ सकती है।

●》अस्पताल की बदहाल व्यवस्था.》》
जांच में सामने आया कि अस्पताल परिसर में पिछले पाँच साल से प्रभावी पेस्ट कंट्रोल नहीं किया गया था। यही वजह है कि चूहे इतनी संख्या में फैल गए और अस्पताल के संवेदनशील हिस्से, यहां तक कि NICU में भी घुस गए। यह लापरवाही सीधे तौर पर बच्चों की मौत की वजह बनी।
■》दो नर्सिंग ऑफिसरों को निलंबित किया.
■》नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को हटाया गया.
■》पेस्ट कंट्रोल की जिम्मेदार निजी कंपनी पर ₹ 1 लाख का जुर्माना.
■》अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर 7 दिन में रिपोर्ट मांगी.

●》मौत के कारण पर अस्पताल प्रबंधन की सफाई.》》
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्चों की सेहत पहले से ही बेहद नाजुक थी—कम वजन, संक्रमण और कमजोरी। लेकिन चूहों के काटने से उनकी हालत और बिगड़ गई, जिससे मौत हो गई। डॉक्टरों का मानना है कि दोनों की मौत में सेप्सिस (खून का संक्रमण) और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी कारण रहीं।
●》मामला क्या है जानिए.¡》
रविवार रात एक नवजात शिशु के हाथ को चूहों ने काट लिया। शिशु पहले से कमजोर था और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सोमवार को दूसरी मासूम बच्ची को भी चूहों ने कुतरा। उसके शरीर पर घाव बने और संक्रमण फैलने से उसकी भी मौत हो गई। इस प्रकार दो दिनों में दो नवजात शिशुओं ने जान गंवाई।
●》और अंत में.》》
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय में घटित घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। अस्पताल की नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में चूहों ने दो मासूम शिशुओं को कुतर लिया। गंभीर रूप से घायल दोनों बच्चों की बाद में मौत हो गई। घटना के बाद अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे हैं।
