NEWS Leaders : कैलाश विजयवर्गीय का सियासी बम, शंकर लालवानी की बड़ी जीत अक्षय बम के कारण
NEWS Leaders : कैलाश विजयवर्गीय का सियासी बम, शंकर लालवानी की बड़ी जीत अक्षय बम के कारण
न्यूज लीडर्स : इंदौर
इंदौरी नेता कैलाश जी अपनी बे_बाकी के लिए जाने जाते है. उनके बयान ने फिर सियासी हलचल पैदा कर दी है। खुले रूप से शंकर लालवानी की जीत का श्रेय अक्षय बम को देकर तालियां बजा दी।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि शंकर लालवानी को पौनेे 12 लाख वोटों की जीत मिली है। यह अपने आपमें एक रिकॉर्ड हैै। शायद ही इसे कोई तोड़ पाए। लालवानी की सबसे बड़ी जीत का श्रेय अक्षय बम को जाता है। उनके कांग्रेस छोड़ने के साहसिक निर्णय के कारण ही यह जीत हमें मिली है। विजयवर्गीय ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से अक्षय बम के लिए तालियां भी बजवाईं।
“उन्होंने कहा कि इंदौर को मिली पौने बारह लाख की जीत में अक्षय कांति बम का महत्वपूर्ण योगदान है।”
दरअसल आज इंदौर में बावड़ियों के संरक्षण के कार्यक्रम में अक्षय कांति बम और कैलाश विजयवर्गीय मौजूद थे।
●》कैलाशजी और लालवानी में है गुटबाजी.》》
सियासी तौर पर कैलाश विजयवर्गीय और शंकर लालवानी में सियासी गुटबाजी जग जाहिर है. कहा जाता है की शंकर लालवानी की दिल्ली में बढता वजूद कैलाशजी के लिए भविष्य में परेशानी बन सकता है.
जिसके चलते कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर लोकसभा से महिला कार्यकर्ता को चुनाव लड़ाने की पेशकश की थी जो कारगर नहीं हुई. वैसे भी शंकर लालवानी को सुमित्रा ताई का समर्थन प्राप्त है.
●》देश में चर्चा की विषय बन गई थी इंदौर सीट.》》
लोकसभा चुनाव में इंदौर सीट पूरे देश में चर्चा की विषय बन गई है। यहां पर नोटा ने सबसे अधिक वोट लिए। वहीं इस सीट पर शंकर लालवानी ने एक बार जीत हासिल की है। 11 लाख 60 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से लालवानी जीते हैं। उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव में 12 लाख 12 हजार से ज्यादा वोट मिले।
●》कांग्रेस के अक्षय बम ने वापस लिया था नामांकन.》》
गौरतलब है कि इंदौर से शंकर लालवानी के सामने कांग्रेस से प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम ने नामांकन के आखिरी दिन अपना नाम वापस ले लिया था। इसके चंद घंटों बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे।
●》कांग्रेस ने किया था नोटा का समर्थन.》》
हालांकि कांग्रेस ने उनका कड़ा विरोध भी किया और चुनाव में नोटा का समर्थन करने के लिए लोगों से अपील की थी। जिसका असर भी हुआ। लोगों ने रिकॉर्ड तोड़ नोटा के पक्ष में मतदान किया था। बता दें कि यहां से नोटा को 2 लाख 18 हजार 674 लोगों ने नोटा के पक्ष में मतदान किया था।