न्यूज़ लीडर्स : सतीश केवट पानसेमल
पानसेमल वन परिक्षेत्र में लगातार तेंदुए की हरकत से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। मजदूर खेतों में काम करने से डरने लगे हैं। बीते दिनों पशुओं के शिकार करने की कई घटनाएं हो चुकी है जो वन विभाग में दर्ज है।
क्षेत्र में पिंजरा लगाने की रहवासियों ने मांग की थी
जिसके बाद वन विभाग द्वारा जूनापानी क्षेत्र में 2 स्थानों पर पिंजरें लगाए गए। लेकिन बारिश के कारण किचड होने से परेशानी भी आ रही है।
ग्रामीण जनों ने बताया कि खेत में काम करने के दौरान तेंदुए होने का भय बना हुआ है। काम करने के दौरान तेंदुए की आवाज सुनने की बात कही गई। वहीं खेत में काम करने जा रही महिलाओ ने भी किसी वन्य प्राणी के होने की आशंका जताई है। बीते दिनों आमदा,जूनापानी और खेतिया क्षेत्र में वन्य प्राणियों द्वारा पशुओं के शिकार करने की घटनाएं हो चुकी है। जिसमें पानसेमल और खेतिया वन क्षेत्र में दो लोगों की जाने भी जा चुकी है। जिसे तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था।
वन परिक्षेत्र पानसेमल के वन अधिकारी देवेंद्र बुंदेला ने बताया की तेंदुए के मूवमेंट के बारे में पता लगने के बाद ग्राम जूनापानी और आमदा क्षेत्र में दो पिंजरे लगाए गए हैं। जिसमें बकरी को पिंजरे में रखा गया है। तेंदुए को पकड़ने के लिए ड्रोन से भी उसे तलाश कर सकते हैं। किंतु पकड़ने के लिए सिंक्कोलाइज करना होता है।
लेकीन खेतों में लगाई गई फसलें बड़ी होने से भी परेशानी आती है। तेंदुए को पकड़ने के लिए संसाधनों की कमी है। जिससे तेंदुए को पकड़ने में समस्या आती है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर वाइल्ड लाइफ की टीम को भी बुलाया जा सकता है।फिलहाल वन अधिकारी द्वारा ग्रामीणों को सावधानी बरतने की हिदायत दी है और खासकर पशुओं को चराने जाने वाले बच्चो को अकेले नहीं जाने की बात कही है।